♂️ आचार्य प्रशांत से समझे गीता और वेदांत का गहरा अर्थ, लाइव ऑनलाइन सत्रों से जुड़ें:<br />https://acharyaprashant.org/hi/enquir...<br /><br /> आचार्य प्रशांत की पुस्तकें पढ़ना चाहते हैं?<br />फ्री डिलीवरी पाएँ: https://acharyaprashant.org/hi/books?...<br /><br />➖➖➖➖➖➖<br /><br />#acharyaprashant<br /><br />वीडियो जानकारी: 20.08.24, संत सरिता, ग्रेटर नोएडा <br /><br />प्रसंग: <br /><br />पानी में मीन पियासीपानी में मीन पियासी, <br />मोहे सुन सुन आवत हाँसी।।<br /> <br />आतमज्ञान बिना नर भटके, <br />कोई मथुरा कोई काशी।। <br />जैसे मृगा नाभि कस्तूरी, <br />बन बन फिरत उदासी।।<br /> <br />जल बिच कमल, कमल बिच कलियाँ,<br />तापर भँवर निवासी।।<br />सो मन बस त्रयलोक भयो है, <br />यति सती संन्यासी।।<br /> <br />जाको ध्यान धरे विधि हरिहर, <br />मुनि जन सहस अठासी।।<br />सो तेरे घट माहिं बिराजे, <br />परम पुरुष अविनाशी।।<br /> <br />है हाज़िर तोहे दूर दिखावे,<br />दूर की बात निरासी।। <br />कहैं कबीर सुनो भाई साधो, <br />गुरु बिन भरम न जासी।।<br /> ~ कबीर साहब<br /><br />मयि सर्वाणि कर्माणि संन्यस्याध्यात्मचेतसा । <br />निराशीर्निर्ममो भूत्वा युध्यस्व विगतज्वरः ॥ <br />भगवद गीता - 3.30<br /><br />है हाज़िर तोहे दूर दिखावे, दूर की बात निरासी । <br />कहैं कबीर सुनो भई साधो, गुरु बिन भरम न जासी ॥ <br />संत कबीर<br /><br />~ साधन क्या है? साध्य क्या है?<br /> ~ कब साधन ही साध्य बन जाता है?<br />~ सरताज कौन है?<br />~ मंज़िल किसे मिलती है?<br />~ गुरु किसके काम आते हैं?<br />~ हमारा सारा प्यार किसके लिए है?<br />~ असफल खोजें कौन सी होती हैं?<br />~ दुनिया से बड़ा कुछ क्यों नहीं मिल सकता?<br />~ संसार की प्रकृति क्या है?<br />~ छोटी माँग किसका प्रतीक है?<br />~ बड़े की खोज में निराशा क्यों मिलेगी? क्यों उनका सौभाग्य होता है जिन्हें सीधे ही बड़ी चीज चाहिए?<br /><br /><br />संगीत: मिलिंद दाते<br />~~~~~